जय जिनेन्द्र
आचार्य श्री नानेश की अनमोल कृति जिणधम्मो भाग-2 📔 की ओपन बुक परीक्षा में जुड़ने के लिए आप सभी को बहुत बहुत साधुवाद। आप सभी ने बहुत ही उत्साह 🥳 के साथ इस पुस्तक को पढा एवं परीक्षा को पूर्ण कर अपने स्वयं के ज्ञान में अभिवृद्धि की है। परीक्षा का परिणाम तो एक व्यवस्था है, मुख्य लक्ष्य तो ज्ञान अभिवृद्धि है। भविष्य में आप सभी इसी प्रकार ज्ञान ध्यान के क्षेत्र में निरंतर आगे बढ़ते रहें यही मंगल कामना।

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