स्वाध्यायी गुणवत्ता विकास कार्यक्रम एवं पत्राचार पाठ्यक्रम

हमारे स्वाध्यायी हमारे संघ के राजदूत हैं। उनके ज्ञान एवं गुणवत्ता में विकास अति आवश्यक है। आज से 3 वर्ष पूर्व स्थापित स्वाध्याय गुणवत्ता विकास कार्यक्रम का शुभारंभ आचार्य श्री नानेश ध्यान केन्द्र, उदयपुर में किया गया। वह कार्यक्रम आज एक विशाल रूप ले चुका है। इस कार्यक्रम के अन्तर्गत स्वाध्यायियों को कुशल प्रशिक्षण दिया जा रहा है जिससे स्वाध्यायियों की गुणवत्ता निरन्तर बढ़ रही है। इस कार्यक्रम में कॉरपोरेट जगत की जानीमानी हस्तियों द्वारा स्वाध्यायियों को वक्तृत्व कला के सूत्र, जीवन जीने की कला एवं अन्य विषयों पर गहन प्रशिक्षण प्रदान किया जा रहा है। इस कार्यक्रम के माध्यम से संघ को अनेक युवा स्वाध्यायी मिले जो अपने उच्च चिंतनशीलता एवं प्रखर बुद्धि से स्वाध्याय के क्षेत्र में अनेक आयाम स्थापित करेंगे। आचार्यश्री नानेश ध्यान केन्द्र, उदयपुर में अनेक शिविरों का सफल संचालन हो चुका है। साथ ही साथ क्षेत्रीय शिविरों का आयोजन भी किया जा रहा है। स्वाध्यायी गुणवत्ता विकास कार्यक्रम के साथ ही साथ स्वाध्यायी वर्ग हेतु उनके ज्ञानवृद्धि में सहयोग हेतु पत्राचार पाठ्यक्रम का शुभारंभ किया गया है। इसके अन्तर्गत स्वाध्यायी घर बैठे ही पत्राचार के माध्यम से अपने ज्ञान-ध्यान में अपूर्व अभिवृद्धि कर सकते हैं। गत वर्ष पत्राचार पाठ्यक्रम में 450 जनों ने भाग लिया। 200 परीक्षार्थियों ने निर्णायक परीक्षा दी तथा इस वर्ष 528 नये पत्राचार परीक्षार्थी बने हैं।