महत्तम महोत्सव

आचार्य श्री रामेश सुवर्ण दीक्षा महामोहत्सव

प्रारंभ दिवस :  १३ जुलाई २०२२

तप-त्याग

श्रावक जीवन के लिए ‘तप-त्याग’ अत्यंत महत्वपूर्ण है । काया को साधना, कर्मों को खपाना या भव-भवान्तर को सीमित करना, बिना तप के संभव नहीं है । इसीलिए प्रत्येक श्रावक-श्राविका को ‘तप-त्याग’ से जुड़ना चाहिए । सबको तप-त्याग से जोड़ने के लिए संघ इस बिंदु को लाया है । इस बिंदु के प्रकल्प इस प्रकार है।