प्रवृत्तियाँ
समता शाखा
आचार्य भगवन की अनमोल चिंतन मणिया ’’समता शाखा’’ इसमें प्रत्येक साधुमार्गी परिवार को जोड़ना एवं इसकी गुणवत्ता एवं निरंतरता में अभिवृद्धि करना ।
युवा प्रबोध
प्रत्येक साधुमार्गी युवा को एक उत्कृष्ट ज्ञान लेवल तक लाने हेतु युवा प्रबोध पुस्तक का प्रकाशन एवं रजिस्ट्रेशन के साथ वितरण कर सुव्यवस्थित परीक्षा द्वारा ज्ञानवान बनाने का प्रयास करना ।
धार्मिक गतिविधियाँ
साधुमार्गी युवाओं में धार्मिकता का विकास करने उन्हें ज्ञानवान, क्रियावान बनाने के उद्देश्य को लेकर विभिन्न धार्मिक गतिविधियाँ एवं प्रतियोगिताओं का आयोजन करना।
व्यसनमुक्ति
सोचो समझो बचो नशे से, जीवन जियो बड़े मज़े से | राम गुरु का शुभ सन्देश व्यसनमुक्त हो सारा देश
उत्क्रांति
संपूर्ण साधुमार्गी परिवार को उत्क्रांति युक्त करने एवं उनके उत्क्रांति प्रण को स्थाई बनाने का सार्थक प्रयास करना।
सामाजिक गतिविधियाँ
पीड़ित मानवता के उत्थान एवं अपनी सामाजिक जिम्मेदारी का निर्वहन करते हुए विभिन्न सामाजिक गतिविधियाँ करवाना।
तरुण शक्ति
कोमल उम्र के तरुण युवा को स्वयं की प्रतिभा एवं रूचि अनुसार मंच प्रदान कर सकारात्मक सोच के साथ संस्कारों को सुरक्षित रखते हुए जोश के साथ होश का संगम रखकर आध्यात्मिकता के पुट के साथ सुदृढ़ जीवन की आधारशिला रखना |
श्री सुमित जी बम्ब
अध्यक्ष , श्री अ.भा.सा. जैन समता युवा संघ
श्री सुमित जी दस्साणी
महामंत्री , श्री अ.भा.सा. जैन समता युवा संघ
श्री दीपक जी कंठालिया
कोषाध्यक्ष , श्री अ.भा.सा. जैन समता युवा संघ