नेमी का दुलारा
(तर्ज: झील-मिल सितारों का…)
गवरा का प्याराए पिता नेमी का दुलारा
राम गुरु है सबकी आँखों का तारा
नाना गुरु के चरणों में सौंपा जीवन सारा…
देशाणे का लाल ये तोए सब से निराला है
हो…हो…हो…
शरणे जो भी आये कहते आला है
मोह और माया से किया है किनारा।। राम गुरु है…।। १।।
संयम में राम गुरुवर कितने ही सख्त है
हो…हो…हो…
ऐसे ही बनते नहीं लाखों लाखों भक्त है
कथनी को करनी से जीवन में उतारा।। राम गुरु है… ।। २।।
सूरज की रोशनी को कौन रोक पाता है
रोके अगर कोई खुद ही धोखा खाता है
चमकेगा जग में ये शासन सितारा।। राम गुरु है… ।। ३।।
चाहे कैसी घडिया आयेए विचलित ना होयेंगे
तेरी आज्ञा से कभी मुख न ही मोडेंगे
समझेंगे गुरु तेरी आँखों का इशारा।। राम गुरु है… ।। ४।।
चाहे आज कष्ट होए चाहे विपदा भारी हो
नाना ने तुम में भर दीए अपनी ऊर्जा सारी
संघ तुम्हारे राम ष्दीपष् श्री संघ सारा।। राम गुरु है… ।। ५।।