जियो और जीने दो के महान प्रेरक अहिंसा के अवतार ,चरम तीर्थेश श्रमण भगवान महावीर स्वामी के 2550वें निर्वाण दिवस और पक्खी 01 नवंबर 2024, शुक्रवार (कार्तिक बदी अमावस विक्रम संवत् 2081) के उपलक्ष्य में
🔸तेले तप की आराधना🔸
30, 31 अक्टुबर, 01 नवंबर 2024
उत्तराध्ययन सूत्र का वाचन – 02 नवम्बर 2024 को होगा।
आप सभी राष्ट्रीय एवं स्थानीय संघ प्रतिनिधि पुरजोर पुरुषार्थ करके अधिक से अधिक तेले के तप की आराधना करने और करवाने का लक्ष्य रखें। इस पावन पर्व पर कर्म बंधनों से परे रहकर कर्म निर्जरा के साधक बने.. यही मंगलभावना करते हैं।

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