परम पूज्य आचार्य प्रवर 1008 श्री रामलालजी म.सा. के अलौकिक अतिशय, उपाध्याय प्रवर श्री राजेशमुनिजी म.सा. के दूरदृष्टि से परिपूर्ण मार्गदर्शन एवं समस्त चारित्र आत्माओं की साधना के बल से फलीभूत इस महान संघ को जिनशासन की अद्भुत प्रभावना करने का सुअवसर श्री अखिल भारतवर्षीय साधुमार्गी जैन महिला समिति को प्राप्त हुआ है।
नारी वर्ग ममता, करुणा, वात्सल्य का प्रतिबिंब है, और यदि नारी सुसंस्कारित एवं शिक्षित होगी तो वह समाज किसी भी दृष्टि से पीछे नहीं रह सकता। इसी उद्देश्य को लेकर महिलाओं के संगठन की स्थापना श्री अखिल भारतवर्षीय साधुमार्गी जैन महिला समिति के रूप में की गई। महिला समिति की स्थापना जैन पंचांग के अनुसार आसोज सुदी 3 तदनुसार दिनांक 18 अक्टूबर 1967 को छत्तीसगढ़ में श्री अखिल भारतवर्षीय साधुमार्गी जैन संघ की अंतर्गत संस्था के रूप में हुई।
श्री अ.भा.सा. जैन महिला समिति नारी विकास एवं उत्थान हेतु पिछले कई वर्षों से महत्वपूर्ण भूमिका निभा रही है। भारतवर्ष के लगभग 323 मंडल, 253 स्थानों पर सक्रिय सदस्य एवं 29,000 से अधिक सदस्याओं के साथ महिला समिति की शाखाओं द्वारा धार्मिक एवं सामाजिक अनेक प्रकल्पों का संचालन किया जा रहा है।
निश्चित रूप से महिला समिति द्वारा किए जा रहे कार्य नारी विकास का एक महत्वपूर्ण केंद्र हैं। समिति का प्रमुख उद्देश्य चतुर्विध संघ में सम्यक् ज्ञान–दर्शन–चारित्र की अभिवृद्धि करना है।
महिला समिति ने वर्ष 2017 में अपना स्वर्ण जयंती वर्ष मनाया, जो अत्यंत गौरवशाली रहा। समिति के गठन से अब तक इन 58 वर्षों में 21 अध्यक्षा संघ सेवा का गुरुत्तर दायित्व निभा चुकी हैं, जिनके अनुकरणीय सहयोग एवं पुरुषार्थ को कभी विस्मृत नहीं किया जा सकता।
सभी पूर्वाध्यक्षाओं ने अपना बहुमूल्य समय देकर संगठन को विशालकाय एवं समृद्धिशाली स्वरूप प्रदान किया है। आपकी निःस्वार्थ सेवा एवं अमूल्य योगदान ने महिला समिति को सशक्त और सुदृढ़ बनाया है।
भविष्य को और अधिक सुनहरा व गौरवमयी बनाने के लिए आपके सहयोग व मार्गदर्शन की अपेक्षा महिला समिति को सदैव रहेगी।
आपके निष्कलंक स्नेह और सहयोग के लिए महिला समिति सदैव आपकी आभारी रहेगी।
वर्तमान में महिला समिति अपनी सभी प्रवृत्तियों के साथ आध्यात्मिक उन्नति हेतु महत्वपूर्ण कार्य कर विकास के परचम लहरा रही है।
(संगठन, पंचसहस्त्री श्रद्धाभिषिक्त परिवारांजलि, केसरिया कार्यशाला, युवती शक्ति, विमेंस मोटिवेशनल कॉर्नर, सर्वधर्म सहयोग, छात्रवृत्ति योजना, सेवा सोसाइटी, गोल्डन स्टेप्स, धार्मिक शिक्षण शिविर, भ्रूणहत्या त्याग संकल्प पत्र भरवाना, प्रतिक्रण कंठस्थ करवाना, रिपोर्टिंग सिस्टम आदि)