परम पूज्य आचार्य भगवन का हमेशा से चिंतन रहा है कि प्रत्येक  साधुमार्गी ज्ञानवान एवं क्रियावान बने। इस हेतु  समय-समय पर भगवन विभिन्न आयाम भी प्रदान करते रहते हैं।  इसी कड़ी में संघ ज्ञानार्जन प्रकल्प लेकर प्रस्तुत हुआ है। इसके अंतर्गत 8 बिन्दुओं को समाहित किया गया हैः-

  1. कर्म तत्वज्ञः-6 कर्म ग्रंथ ‘ तक के ज्ञान को  समाहित किए हुए कर्म प्रज्ञप्ति पर आधारित यह कोर्स प्रारंभ किया गया है। इसमें विषय का गहनता से अध्ययन कराया जाएगा ताकि विद्यार्थी स्वयं ज्ञा्न अर्जित कर सके और अन्य को वितरित करने में सक्षम बन सके।यह कोर्स सिर्फ श्रावक वर्ग (पुरुष ) के लिए है।

2.जैन धर्म की विभिन्न विधाओं के शिक्षक तैयार करनाः- विभिन्न पाठशाला, शिविरों एवं  अन्य ज्ञान का  ज्ञानार्जन करवाने में सक्षम ज्ञान सेवार्थियों को प्रशिक्षण देकर तैयार करना, उन्हें  विभिन्न .विधाओं जैसे-थोकड़े, स्वाध्याय, कर्म सिद्धांत, प्राकृत, संस्कृत आदि में पारंगत करना व धर्म व ज्ञान का फैलाव करना। 
लक्ष्यः-शिक्षक सेवार्थी तैयार करना

  1. श्रुत आरोहकः- श्रुत की आराधना करके श्रुत आरोहक बनाना। आगम, थोकड़े, कर्म, सामान्य ज्ञान आदि विषयों से सुसज्जित  इस ज्ञानवर्द्धक कोर्स में  सभी उम्र के श्रावक- श्राविकाएं भाग लेकर अपने ज्ञान में अभिवृद्धि कर सकते हैं।

लक्ष्य-1000- श्रावक-श्राविकाएं 

  1. प्रतिक्रमण कंठस्थ विधि सहित ( 18 से 45 वर्ष )- आज का युवा कल का भविष्य है और जब युवा ज्ञान को क्रियात्मकता के साथ अपने जीवन में उतारेगा तभी संघ का विकास होगा। प्रतिक्रमण कंठस्थ करना व साथ में विधि पूर्वक उसे क्रियात्मक रूप में करना भी आना।

 लक्ष्य- 500 युवा श्रावक ( जिनको पूर्व में प्रतिक्रमण नहीं आता हो- सिर्फ नए )

  1. ओपन बुक प्रतियोगिताः- महत्तम महोत्सव के दौरान तीन चातुर्मास काल हमारे समक्ष प्रस्तुत होंगे्।
    1. 2022- श्रीमद्  अन्तगडदसाओ ( अन्तकृद्दशांक सूत्र)
    2. 2023- जिणधम्मो- श्रावक धर्म/ साधु धर्म
    3. 2024- श्री मद देशवैकालिकः 4 अध्ययन-अर्थ

 इन तीन वर्ष में चातुर्मास काल के दौरान एक-एक महत्वपूर्ण व ज्ञावर्द्धक विषय पर ओपन बुक  आफलाइन प्रतियोगिता आयोजित करना है जिसके माध्यम से  सामान्य श्रावक- श्राविकाएं  भी अपने ज्ञान में अभिवृद्धि कर सकें।
 लक्ष्यः सभी

  1. 20  थोकड़ों  का अध्ययनः- 20 महत्वपूर्ण  आगम सम्मत थोकड़ों  का अध्ययन करवाना, उस पर विभिन्न परीक्षाओं का आयोजन करना ताकि श्रावक- श्राविका वर्ग थोकड़ों के  ज्ञान से अपने जीवन को उत्कृष्ट बना सकें।

लक्ष्यः1000 श्रावक- श्राविकाएं।

  1. आगम के अर्थ का स्वाध्याय ( श्रुत रमण )- तीर्थंकर  भगवंतों की वाणी, उनके वचन, उनकी देशना हमारे आगम  हमारे लिए पथ प्रदर्शक हैं। आगमों के अर्थ का स्वाध्याय कर हम अपनी आत्मा को निर्मल व हल्का बना सकते हैं।

 चातुर्मास 2022 में  अग्रलखित – आगमों का स्वाध्याय करने का लक्ष्य रख सकते हैं।
 श्रीमद उपांसकदशांक सूत्र, श्रीमद् अन्तगडदशाओ सूत्र, श्रीमद्  उत्तराध्ययन सूत्र, श्रीमद् अनुतरोववाईस सूत्र, श्रीमद् स्थानांग सूत्र, श्रीमद् राजप्रश्नीय सूत्र।
 लक्ष्यः 50 श्रावक-श्राविकाएं।

  1. The Karma Quiz- :- ‘कर्म खपाओ-सिद्धत्व पाओ’ 6 कर्म ग्रंथ तक के ज्ञान को समाहित किए हए ग्रंथ ‘ कर्म प्रज्ञप्ति पर आधारित  यह आफलाईन  क्विज काम्पीटिशन रहेगा। जिसमें स्थानीय से अंचल व राष्ट्रीय स्तर पर क्विज काम्पीटिशन आयोजित किए जाएंगे।

 लक्ष्यः सभी