जय जिनेन्द्र,
।।जय महावीर।। ।।जय गुरु नाना, जय गुरु राम।।
युग निर्माता, जिनशासन प्रद्योतक, संयम साधना के सजग प्रहरी, हुक्म संघ के नवम नक्षत्र, ज्ञान और क्रिया के बेजोड़ संगम, नानेश पट्टधर, परमागम रहस्य ज्ञाता, उत्क्रांति प्रदाता, गुणशील संप्रेरक, रत्नत्रय के महान आराधक परम पूज्य “आचार्य प्रवर 1008 श्री रामलाल जी म.सा.” आदि ठाणा का पावन वर्षावास प्रसंग – वर्ष 2023 (संवत 2080) के स्वीकृत चातुर्मास की सूची संख्या 1 !
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हर्ष हर्ष – जय जय